अब्दुल करीम टुंडा के बाद कुछ ही समय मैं आतंकी यासीन भटकलका पकड़ा जाना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है हमारी जाँच एजंसियो की,यह २००८ से लेकर आज तक हुवे ४० से ज्यादा बम धमाके का मास्टर माइंड है जिसे रक्सौल जो भारत नेपाल बॉर्डर पे है वह से पकड़ा गया उसके साथ असदुल्ला हड्डी जो हिजबुल मुजाहिदीन के साथ जुडा हुवा १० लाख का इनामी है उसकी भी गिरफ्त हुयी.भटकल इन्डियन मुजाहिदीन का सह सस्थापक है जो संस्था कट्टरपंथ से काफी प्रभावित है और देशभर में बम विस्फोटों और हत्या मैं उसीका नाम है .भटकल अपने आप को कभी इंजिनियर और कभी युनानी डॉक्टर बताके बचने की कोशिश करता रहा.माना जा रहा है की अहमदाबाद कलकत्ता ,पुणे ,चेन्नई ,मुंबई में बम विस्फोटों मैं यह सामिल था . अब आशा करते है की रियाज़ ,इक़बाल भटकल और सबसे बड़ा आतंकी दाउद भी पकड़ा जाए . हमें भारतीय न्याय प्रणाली पे पूरा भरोसा है की उनको जल्द से जल्द सखत सजा हो और मीडिया ट्रायल न हो .बाकी गुनाहगार को पकड़ने के लिए ऐसे लोगो को पब्लिक डोमेन मैं लाने की जरुरत है जेसा अमेरिका ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के हमले के बाद लाया था .जहा आतंकवाद है वहा राजनीतिक पृष्टभूमि पलती रह